Fir Nirmala Sitharaman: केंद्रीय वित्त मंत्री जी पर ,कोर्ट ने क्या किया फैसला ,जबरन वसूली का लगा आरोप जाने पूरा सच…?

निर्मला सीतारमण: बेंगलुरु में Fir  दर्ज शिकायत में न केवल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बल्कि तीन नाम और शामिल है जो की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नांडा और कर्नाटक बीजेपी के नेता नलीन कुमार कातिल और विजेन्द्र सिंह का नाम दिया गया है. इस मामले की तब सुनवाई जब हुई जब जनधिकार संघर्ष संघठन के आदर्श अय्यर ने निर्माला सीतारमण और अन्य के खिलाफ एक निजी शिकायत को लेकर ( PCR ) दर्ज कराई गई | इस शिकायत का आरोप लगा  है की चुनावी बांन्ड के अनुसार जबरन वसूली की गई इसके बाद ऐसे आरोपों ने राजनितिक ने जगत में एक बहुत बड़ी हलचल मचा दी है इस प्रकार के चुनावी बांन्ड योजना को लेकर पहले से ही कई सारे विवाद चल रहे है |

Nirmala Sitharaman, Minister of Finance, along with three others including BJP President JP Nadda, Karnataka BJP leader Nalini Kumar Kateel, and Vijendra Singh, were named in an FIR registered in Bengaluru. This case gained attention when activist Ayyar of Janadhikar Sangharsh Manch filed a private complaint leading to the registration of the FIR. The allegation revolves around forced collection of funds according to electoral bonds, sparking significant controversy in the political sphere. The court’s decision on this matter is awaited.

वित्त मंत्री सीतरमण
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अदालत का आदेश और तिलक नगर पुलिस की कार्यवाई ?

जिसमे कोर्ट के आदेश के अनुसार जबरन वसूली के Fir का आदेश दिया गया है बेंगलुरु की ४२ वी एसीएमएम ( ACMM ) कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता बताते हुए निर्मला सीतारमण के खिलाफ Fir दर्ज करने का आदेश दिया उसके बाद तिलक नगर पुलिस इस मामले को लेकर गम्भीरता से देखते हुए दर्ज( एफआईआर ) को लेकर जाँच पड़ताल शुरु कर दी गई है | ऐसे मामले को लेकर राजनितिक हस्तियों के खिलाप कानून के दायरे में एक महत्वपूर्ण मिसाल पेश करते है. तिलक नगर पुलिस दर्ज मामले को लेकर  प्रकिया शुरु करेगी |

नई दिल्ली: कर्नाटक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ Fir दर्ज होने के बाद में देश में एक अलग ही राजनितिक गरमाई हुई है. बंगलुरु की  (Special कोर्ट) विशेष अदालत की सुनवाई ने चुनावी बांड के जबरन वसूली की शिकायत पर Fir का आदेश दे दिया है |

जबरन वसूली का मामला

चुनावी जबरन वासुली दर्ज Fir में निर्मला सीतारामन व अन्य मामले में नाम के अनुसार साथ में आकडे भी दर्ज किये गए – जिसमे कुल आकड़ा 8,000  करोड़ रूपए का है

बीजेपी: चुनावी बांड का मुद्दा नीतिगत मामला है आपराधिक नहीं है?

बीजेपी ने कोर्ट के आदेश आरोपों को नकारते हुए निर्मला सीतारमण का बचाव किया राजनितिक पार्टी ने इस मामले में कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिघवी ने कहा इस मामले में उनकी पार्टी का इस Fir से कोई लेना देना नहीं है|

PM मोदी और अमितशाह की तरफ की ओर इशारा करते हुए कहा कांग्रेस नेता ने यह दावा किया है की यह सबको पता है की निर्मला सीतारमण खुद से ये सब नहीं कर सकती है. उन्होंने साफ कहा ऐसे मामले में आरोपी को समन किया जाता है और बयान दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी होती है. इस मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Fir में नम्बर एक में है और अन्य व्यक्ति भी संबंधित धाराओ के तहद मामले में आरोपी है |

 

CM कर्नाटका Siddaramaiah ने निर्मला सीतारमण का माँगा इस्तीफा:

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (Siddaramaiah) ने इस मामले को लेकर बीजेपी और पीएम नरेद्र मोदी जी पर निशाना साधा और की अब बीजेपी नेता कब इस्तीफा देगे. कोर्ट में दर्ज मामले पर सीएम Siddarmaiah ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस्तीफा की मांग की और कहा की इस मामले में अगले तीन महीनो के भीतर रिपोर्ट सौपी जानी चाहिए.उन्होंने यह भी सवाल उठाया की भ्रष्टाचार के खिलाफ तुरंत जाँच होनी चाहिए |

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