प्रेमानन्द महाराज से जुडा उनके जीवन का रहस्य, कहा रहते है –
प्रेमानन्द जी महाराज का नाम -पहले प्रेमानन्द गोविन्द शरण जन्म अनिरुध्द कुमार पांडे सन 1972 जिन्हें उनके भक्त एबम शिष्य-श्री हित परमानन्द या प्रेमानन्द महाराज जी के नाम से जानते है. इससे पहले महाराज जी काशी में रहते थे| वहा महाराज जी शिव भक्त के रूप में जाने जाते थे और महाराज जी शिव जी की आराधना करते थे| उसके बाद महाराज जी वृन्दावन की ओर चल पड़े या आना हुआ महाराज जी ये भी कहते है की वृन्दावन आने पर भगवान शिव जी ही की कृपा आशीर्वाद या फिर इच्छा से हमारा यहाँ वृन्दावन में आना हुआ और उनकी Age अभी फिलाल जानकारी के मुताविक 60 वर्ष की हुई है
अगर आप उनसे मिलने की इच्छा या दिल में भाव रखते है तो उनसे मिलने की लिये एक दिन पहले शुबह – 9:30 बजे श्री हित राधा केलि कुंज संत निवास आश्रम में आकर अपना नाम पंजीकरण ( रजिस्टर ) करना होगा यह पंजीकृत निशुल्क है काफी लोगो के मन में यह सवाल रहेता है की पंजीकरण की फीस लेते होंगे पर यह पंजीकरण जानकारी के अनुसार बिलकुल निशुल्क रहता है
उसके बाद महाराज जी से आप अकेले में मिलना चाहते हो या अकेले में बातचीत करना इसके लिए आपको सबसे पहले टोकन लेना होगा टोकन लेने के बाद आपको (Next day) अगले दिन सुबह 6:30 बजे आश्रम आ जाना होगा इसके बाद करीब एक घंन्टे तक आश्रम में महारज जी से मन की बात या सवाल कर सकते है इसके बाद आप 7:30 बजे तक आप उनके दर्शन भी कर सकते है
प्रेमानन्द महाराज अभी कहा रहते है| Address..
प्रेमानन्द जी महाराज अभी भी एक आश्रम में रहते है किसका नाम जीहिट राधा केलि कुंज .वृदावन श्री श्री 1008 महत्मा देव शरण जी महाराज आश्रम वृन्दावन -281121 उत्तर प्रदेश
और Contact Numbar 08868985762 या फिर आप उनकी Official website वृन्दावन रस महिमा पर जाकर Contact कर सकते है
आप ने कभी महाराज जी का सत्संग या बाणी सुनी होगी नहीं तो आप ने उनके विडिओ जरुर देखे होंगे श्री प्रेमानन्द जी महाराज एक येसे साधु या महत्मा जो की आज दुनिया में छाय हुए एवम सोशल मीडिया में हर समय ट्रेंडिंग में रहते है जिन्होंने अभी तक न जाने कितने लोगो को जीवन जीने की सच्ची रहा बताई है ये दुनिया सब मायाजाल के बन्दन में फसी हुई है महाराज जी सत्संग में साफ साफ ये भी बताते है की किस रास्ते पर मनुष्य जीवन जीना चाहिए जो लोग एक बार उनका सत्संग सुन लेते है तो उनको गुरु मान कर उनकी बाते एसे सुनते है जेसे महाभारत में भगवान श्री क्रष्ण जी जैसे अर्जुन को उनके कर्म,धर्म, के बारे में मनुष्य को क्या करना चाहिए ठीक उसी प्रकार प्रेमानन्द जी महाराज अपनी सत्संग वानी से हम सभी को एसी ही बाते हमें सत्संग के माध्यम से हम सभी तक ज्ञान की वो प्रकाश ज्योति जो हमें भगवान से मिलने का मार्ग बताते है| और हमें जीवन जीने की वजह राह सब अपने सत्संग के माध्यम से हम सभी प्राणियों को बताते है?
लेखक-
अगर आप भी प्रेमानन्द जी महाराज से काफी ज्यादा प्रेम करते होंगे तो आप उन्हें जानते भी होंगे और दी गई जानकारीके मुताबिक आपको कैसी लगी हमें अपनी राय Comment जरुर करे – धन्यबाद